महेंद्र सिंह धोनी जीवनी | MS Dhoni Biography in Hindi



शुरुआत में महेंद्र सिंह धोनी – MS Dhoni के लिए ये सफर इतना आसान नहीं था लेकिन उनके क्रिक्रेट के प्रति सच्ची भावना और कड़ी मेहनत के बल पर उन्होनें ये सफलता हासिल की है और आज वे भारत के दिग्गज क्रिक्रेटरों की लिस्ट में शामिल हो गए यहां तक की भारतीय क्रिक्रेट टीम में उन्होनें अपनी कप्तानी से कई लोगों का दिल जीत लिया और टीम को अच्छा गाइडेंस भी दिया।
आपको बता दें कि महेंद्र सिंह धोनी – Mahendra Singh Dhoni ने अपने स्कूल टाइम से क्रिकेट खेलना शुरु कर दिया था लेकिन इंडियन टीम का हिस्सा बनने में उन्हें कई साल लग गए। लेकिन जब महेंद्र सिंह धोनी को हमारे देश की तरफ से खेलने का मौका मिला, तो इन्होनें इस मौके का बखूबी इस्तेमाल किया और धीरे-धीरे खुद को क्रिकेट की दुनिया में स्थापित कर लिया।
यही नहीं महेंद्र सिंह धोनी – MS Dhoni की गिनती अब भारत के सर्वश्रेष्ठ किक्रेटरों में की जाती है जिन्होनें सीमित ओवरों में भी भारतीय टीम की अच्छा नेतृत्व किया। महेंद्र सिंह धोनी ने 11 सितंबर 2007 से 4 जनवरी 2017 तक भारतीय क्रिक्रेट टीम में कप्तानी निभाई और 2008 से 28 दिसंबर 2014 तक टेस्ट क्रिक्रेट टीम में कप्तान रहे।
साहसी और रोमांचक व्यवहार और यूनीक हेयरस्टाइल वाले महेंद्र सिंह धोनी भारत के एक लोकप्रिय क्रिकेटर और मार्केटिंग आइकन भी बन चुके हैं।
महेंद्र सिंह धोनी – Mahendra Singh Dhoni  एक सफल आक्रामक दाएं हाथ के बल्लेबाज और विकेटकीपर हैं जिन्हें अपनी प्रतिभा पर थोड़ा भी घमंड नहीं हैं इसलिए वे भारत में चहेते क्रिकेटर भी हैं।
महेंद्र सिंह धोनी उन कप्तानों में से एक हैं जिन्होनें जूनियर और इंडिया ए क्रिकेट टीमों के रैंकिंग में राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व किया है। मिस्टर धोनी एक रोल-मॉडल और पिन-अप स्टार भी हैं।
एमएस धोनी ने भारतीय ओडीआई टीम को साल 2011 में दूसरी विश्व कप जीताने के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। जिसकी वजह से उन्हें काफी तारीफ भी मिली थी और वे भारत के सबसे अच्छे खिलाड़ी बन गए।
Mahendra Singh Dhoni – महेंद्र सिंह धोनी ने 23 दिसंबर, 2004 को बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय ओडीआई टीम के लिए अपना पहला मैच खेला इसके बाद उन्होनें साल 2007 से 2016 तक भारतीय ओडीआई टीम के लिए कप्तानी निभाई और अपनी कप्तानी से अपनी प्रतिभा को साबित किया।
भारतीय क्रिक्रेटर महेंद्र सिंह धोनीने 2 दिसंबर 2005 को श्रीलंका के खिलाफ एक टेस्ट प्लेयर के रूप में पहला मैच खेला था और 2008 से 2014 तक टेस्ट क्रिकेट में टीम का नेतृत्व किया। महेन्द्र सिंह अपनी आक्रामक खेल शैली के लिए जाना जाता है।
महेंद्र सिंह धोनी भारत के सफल कप्तानों में से एक जिन्होनें टीम का अच्छा नेतृत्व किया और कई मैच जीतने में सफलता दिलवाई। इसके साथ ही उनकी कप्तानी के भी कई रिकॉर्ड भी हैं। उनकी कप्तानी की खास बात यह रही कि 2009 में भारतीय टीम उनकी कुशल कप्तानी में नंबर एक टीम बन गई।
2007 आईसीसी वर्ल्ड 20- 20 और 2013 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के दौरान भी महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय किक्रेट टीम का नेतृत्व किया था। आईपीएल मैच में भी उनकी उपलब्धियां अक्सर अपने अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड से ढकी हुई हैं, उन्होंने अपनी आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स की मदद से 2010 ,  2011ओर2018में तीनबार आईपीएल जीता।
निजी जीवन (personal life)

महेंद्र सिंह धोनी का जन्म झारखण्ड के रांची में एक राजपूत परिवार में हुआ। उनके पिता का नाम पान सिंह व माता श्रीमती देवकी देवी[4] है उनके पैतृक गाँव , लावली उत्तराखंड के अल्मोरा जिले के अंतर्गत लम्गार्हा ब्लाक में है। उनके माता पिता उत्तराखंड से रांची चले आए जहां उनके पिताजी श्री पान सिंह मेकोन कंपनी के जूनियर मैनेजमेंट वर्ग में काम करने लगे। धोनी की एक बहन है जिनका नाम है जयंती और एक भाई है जिनका नाम नरेन्द्र है। पहले धोनी के बाल लम्बे हुआ करते थे जो अब उन्होंने कटवा दिए हैं कारण वे अपने पसंदीदा बॉलीवूड स्टार जॉन अब्राहम [5]जैसे दिखना चाहते थे। धोनी एडम गिलक्रिस्ट के प्रशंसक है और बचपन से ही उनके आराध्य है उनके क्रिकेट सहयोगी सचिन तेंदुलकर बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन और गायिका लता मंगेशकर है।
धोनी द ए वी जवाहर विद्यालय मंदिर, श्यामली (वर्त्तमान में जे वी एम , श्यामली, रांची के नाम से जाने जाते है) में पढ़ते थे जहां उन्होंने बैडमिंटन व फुटबॉल में अपना अच्छा प्रदर्शन दिखाया जिस कारण वे जिला व क्लब लेवल में चुने गए थे। धोनी अपने फुटबॉल टीम के गोलकीपर भी रहे चुके हैं। उन्हें लोकल क्रिकेट क्लब में क्रिकेट खेलने के लिए उनके फुटबॉल कोच ने भेजा था। हालांकि उसने कभी क्रिकेट नहीं खेला था, फ़िर भी धोनी ने अपने विकेट-कीपिंग के कौशल से सबको प्रभावित किया और कमांडो क्रिकेट क्लब के (१९९५—१९९८) में नियमित विकेटकीपर बने। क्रिकेट क्लब में उनके अच्छे प्रदर्शन के कारण उन्हें १९९७/९८ सीज़न के वीनू मांकड़ ट्राफी अंडर सिक्सटीन चैंपियनशिप में चुने गए जहां उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। दसवीं कक्षा के बाद ही धोनी ने क्रिकेट की ओर विशेष ध्यान दिया और बाद में वे एक अच्छे क्रिकेटर बनकर उभरे।

महेंद्र सिंह धोनी का प्रोफेशनल करियर (Mahendra Singh Dhoni Professional Career)





धोनी ने अपने प्रोफेशनल क्रिकेट करियर की शुरुआत सन 1998 में बिहार अंडर-19 टीम से की. 1999-2000 में धोनी ने बिहार रणजी टीम में खेलकर अपना पदार्पण किया. देवधर ट्रॉफी, दिलीप ट्रॉफी और इंडिया “ए” में केन्या टूर में किये गए प्रदर्शन की बदौलत उन पर राष्ट्रीय टीम चयन समीति ने ध्यान दिया.
सन 2004 में एक टीम चयन समीति के बैठक में सौरव गांगुली से पुछा गया था की टीम में विकेट कीपर किसे बनायेंगे, तब सौरव गांगुली ने कहा था कि “मैं एम.एस.धोनी को विकेट कीपर बनाना चहुँगा”. 2004 में धोनी ने बांग्लादेश के खिलाफ चिट्टगाँव में अंतर्राष्ट्रीय पदार्पण किया तब से लेकर अब तक महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट में एक बहुत लम्बा सफ़र तय कर चुके है.
अपने करीयर में धोनी 90 टेस्ट में 4876 रन बनाये. टेस्ट में उनकी सबसे बड़ी पारी चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आई. इस पारी में धोनी ने 224 रन बनाये. टेस्ट में धोनी ने स्टंप के पीछे 256 कैच और 35 स्टम्पिंग की है.
वन-डे इंटरनेशनल में धोनी ने 265 मैचों में 8620 रन बनाये. धोनी ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ वन-डे पारी श्रीलंका के खिलाफ 2005 में जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेली, इस पारी में धोनी ने 183 रन की पारी खेली. वन डे में धोनी ने विकेट कीपिंग करते हुए 246 कैच पकड़े और 85 स्टम्पिंग की.
धोनी के नाम पर इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे तेज़ स्टम्पिंग का रिकॉर्ड भी है उन्होंने मिशेल मार्श की 0.76 सेकंड में स्टंपिंग की थी. अपनी बैटिंग, कीपिंग और फिनिशिंग के लिए धोनी विश्व जगत में मशहूर है. उन्होंने भारत के लिए हर आई.सी.सी. ट्रॉफी जीती, 2007 का टी-20 वर्ल्ड कप, 2011 का वन-डे वर्ल्ड कप, 2013 की चैंपियंस ट्राफी.
धोनी ने एक वन डे पारी में 10 छक्के मारे है, उनकी यह पारी सबसे ज्यादा छक्को के मामले में छठे स्थान पर आती है.
एम.एस. ने वन-डे में 183 रन बनाकर एडम गिलक्रिस्ट का विकेट कीपर के तौर पर सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड तोडा था.
भारतीय विकेट कीपर के द्वारा विकेट के पीछे सबसे ज्यादा शिकार करने का रिकॉर्ड भी धोनी के नाम ही है.
धोनी की कप्तानी में भारत अपने सर्वोच्च स्कोर 726 तक पंहुची थी.
धोनी एकमात्र कप्तान है जिन्होंने वन-डे में सातवें स्थान पर बैटिंग करते हुए शतक मारा था.
धोनी भारत के पहले विकेट कीपर है जिन्होंने टेस्ट में 4000 रन का आंकड़ा पार करा था. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों प्रारूपों को मिलाकर धोनी ने सर्वाधिक मैचों की कप्तानी की है.
धोनी की कप्तानी में भारत ने 199 वन-डे मैंचो में से 110 में जीत हासिल की है, टी-20 में 72 में से 41 में और टेस्ट में 60 में से 27 में भारतीय टीम ने जीत हासिल की है.
धोनी ने कप्तान के तौर पर सबसे ज्यादा टूर्नामेंट के फाइनल में जीत हासिल की है.