भारत के प्रसिद्ध Ethical Hacker आनन्द प्रकाश वेबसाइट के Security system में खामियाँ (Bug) खोजकर करोड़ों की कमाई कर चुके हैं. ऐसा अनुमान है कि आनंद White hat Hacking से अब तक 3 करोड़ से अधिक कमा चुके हैं. जानिए आनन्द प्रकाश के बारे में और ये भी कि Companies उन्हें इतने पैसे क्यों दे रही हैं.
आनंद प्रकाश एक ऐसा भारतीय नाम जिनकी हैकिंग का लोहा फेसबुक, फ्लिपकार्ट और उबर जैसी दिग्गज कंपनियां मानती हैं। आनंद प्रकाश वैसे तो राजस्थान के भादरा शहर से हैं, लेकिन उन्हें बैंगलुरू का एथिकल हैकर कहा जाता है। आनंद वेब ऐप्लिकेशन सिक्योरिटी बेस्ड ब्लॉग चलाते हैं। आनंद की उम्र महज 24 साल है। वे ई-कॉमर्स वेबसाइट फ्लिपकार्ट में सिक्योरिटी इंजीनियर के तौर पर काम भी कर चुके है।
प्रारंम्भिक जिवन
आनंद प्रकाश राजस्थान के छोटे शहर भादरा के रहने वाले है। आनंद ने VIT university के चेन्नई कैंपस से कम्प्यूटर साइंस मे B.Tech गे्जूएशन किया है। आनंद प्रकाश अभी online shopping websites flikpcart मे security engineer के रुप मे कार्य करते हैं।
आनंद प्रकाश जब 8वी क्लास मे थे तो उन्हें उनके पिता ने कम्प्यूटर गिफ्ट किया। इन्टरनेट का खर्चा बचाने के लिए आनंद इंटरनेट पर कुछ जुगाड खोजने लगे। इस खोज मे उन्हें एक ऐसा तरीका पता चला जिससे वे बिना इंटरनेट बिल कि चिंता किये जी भर के मुफ्त इंटरनेट यूज कर सकते हैं। इसके बाद कईयो लोगों ने इस तरीके का प्रयोग करने लगे ओर इंटरनेट सर्वीस देने वाली कपंनी ने उस खामी को ठीक किया। आनंद ने एक साल तक फी् मे इंटरनेट के मजे लिए।
, Anand prakash 12वी की पढाई के बाद IIT की तैयारी के लिए कोटा गये। एक बार दोस्तों से लगी एक शर्त मे उन्होंने एक दोस्त का अकाउंट हैक करके दिखाया और शर्त जित लि।अब तो आनंद को इस क्षेत्र मे ओर पढाई हासिल करने का चस्का लग गया ओर वो हैकिंग से जुड़ी जानकारीयाँ, किताबे पढने लगें। इस.चक्कर मे उनकी IIT कि तैयारी पिछड़ गयीं ओर उन्हें VIT university मे एडमिशन ले लिया।
कोडिंग और हैकिंग का पैशन VIT में पढाई के दौरान और परवान चढ़ा. अब ये हुआ कि आनंद प्रकाश कोडिंग में तो मंजे खिलाड़ी हो गये पर B.Tech की पढाई में पिछड़ने लगे. इसलिए थर्ड इयर में आने पर आनंद को जॉब प्लेसमेंट की चिंता सताने लगी. इसी बीच इन्टरनेट पर आनन्द ने facebook के Bug Bounty Programme के बारे में सुना.
Bug Bounty Programme के तहत फेसबुक लोगों को फेसबुक की वेबसाइट में खामियाँ खोजने के लिए इनाम देती थी. आनन्द बग बाउंटी के बारे में पढने लगे. उन्हें लगा अगर वो कुछ बग खोज लेते हैं तो उन्हें इनाम मिल सकता है और सम्भवतः कोई नौकरी भी मिल जाये.
आनन्द प्रकाश ने सबसे पहले फेसबुक के चैट फीचर से सम्बन्धित एक बग खोज निकाला, जिसके फलस्वरूप facebook ने आनंद को 500$ का इनाम दिया. आनंद का जोश बढ़ा और उन्होंने एक के बाद एक 90 से ज्यादा बग खोज निकाले. आनंद प्रकाश Bug Bounty Programme के टॉप हैकर की श्रेणी में आते हैं और उन्होंने अब तक इससे 15,000 $ से अधिक कमाई की.
हाल ही में Uber में बग निकालने वाले आनंद प्रकाश एक बार फिर चर्चा में हैं। आनंद प्रकाश एक ऐसा भारतीय नाम जिनकी हैकिंग का लोहा फेसबुक, फ्लिपकार्ट और उबर जैसी दिग्गज कंपनियां मानती हैं। आनंद प्रकाश वैसे तो राजस्थान के भादरा शहर से हैं, लेकिन उन्हें बैंगलुरू का एथिकल हैकर कहा जाता है। आनंद वेब ऐप्लिकेशन सिक्योरिटी बेस्ड ब्लॉग चलाते हैं। आनंद की उम्र महज 24 साल है। वे ई-कॉमर्स वेबसाइट फ्लिपकार्ट में सिक्योरिटी इंजीनियर के तौर पर काम भी कर चुके हैं।
आनंद ने ट्विटर और गूगल में भी सिक्योरिटी खामियां निकाली है जिसके एवज में उन्हें 1.2 करोड़ रुपये मिले हैं। उन्होंने 2015 में Zomato के 62.5 मिलियन यूजर्स को हैक कर लिया था। आनंद ने अब तक जिन कंपनियों में बग निकाला है उनमें Dropbox, ebay, Paypal, SoundCloud, PikaPay, Google, Redhat जैसी कंपनियां शामिल हैं।
आनंद ने ट्विटर और गूगल में भी सिक्योरिटी खामियां निकाली है जिसके एवज में उन्हें 1.2 करोड़ रुपये मिले हैं। उन्होंने 2015 में Zomato के 62.5 मिलियन यूजर्स को हैक कर लिया था। आनंद ने अब तक जिन कंपनियों में बग निकाला है उनमें Dropbox, ebay, Paypal, SoundCloud, PikaPay, Google, Redhat जैसी कंपनियां शामिल हैं।
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