एलन मस्क एक ऐसा नाम है जो जूनून, कड़ी मेहनत और कामयाबी का प्रतिक है. मेहनत हर इंसान अपनी जिन्दगी में करता है लेकिन जब मेहनत जूनून और एक नये आईडिया के साथ आगे चलती है तब कुछ ऐसा देखने को मिलता है जो दुनियां को अचंभित कर देता है. इस लिस्ट में एक नाम आता है पेपल, स्पेसएक्स और  टेस्ला मोटर्स जैसी बड़ी कंपनियों के फाउंडर एलन मस्क/ Elon Musk का जिनकी जिन्दगी युवाओ के लिए मार्गदर्शक और प्रेरणादायक है. फोर्ब्स ने उन्हें 2016 में दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोगों की लिस्ट में रखा था।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा Early Life and Education

एलन रीव मस्क का जन्म 28 जून, 1971 में  दक्षिण अफ़्रीका में प्रिटोरिया, त्रांसवाल, दक्षिण अफ़्रीका में हुआ था। वह एक अमेरिकी उद्यमी और व्यापारी है। उनके पिता का नाम एरोल मस्क है, जो की एक दक्षिण अफ्रीकी इलेक्ट्रोमेकैनिकल इंजीनियर, पायलट, और नाविक थे। 1980 में उनके माता पिता का तलाक हो गया था। मस्क ने अपना बचपन दक्षिण अफ़्रीका में ही गुजारा। मस्क ने अपनी स्कूली शिक्षा वाटरक्लूफ़ हाउस, प्रिपरेटरी में पूरी की और प्रिटोरिया के बॉयज स्कूल से डिग्री प्राप्त की।
जिस प्रकार हर एक व्यक्ति की सफलता के पीछे कुछ ऐसी घटनायें होती है जो आगे जाकर उनकी सफलता का एक नया रास्ता बन जाती है। ऐसी घटनायें मस्क के साथ भी हुई और जो उनको एक सफल व्यक्ति बना गई। जब वह 9 साल के हुये तो उनको अपना कंप्यूटर मिला। इस तरह एलन कंप्यूटर पर किताबों की मदद से प्रोग्रामिंग करना सीखने लगे और कंप्यूटर में बेहद रूचि दिखाने लगे। मस्क ने प्रिटोरिया के एक माध्यमिक विद्यालय से स्नातक किया।
उन्होंने 17 साल की आयु में ही अपना घर छोड़ने का निर्णय किया। मस्क अपने माता-पिता की आज्ञा के बिना अपना घर छोड़कर संयुक्त राज्य अमेरिका में रहने का फैसला ले लिया। हालांकि, वह तुरंत संयुक्त राज्य अमेरिका नहीं जा पाये।
फिर 1989 में एलन मस्क, अपनी मां के रिश्तेदारों के साथ कनाडा में रहने लगे। वहां उन्होंने कनाडा की नागरिकता प्राप्त की उसके बाद में एलन, मॉन्ट्रियल चले गए। वहां पैसो की कमी होने के कारण उन्होंने कम वेतन पर ही काम किया। 19 साल की उम्र में मस्क ने किंग्स्टन, ओन्टेरियो में क्वींस यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया।फिर एलन मस्क ने करीब दो साल ओन्टारियो में अध्ययन किया और फिर बाद में  उनका सपना साकार हो गया। 1992 में, वह संयुक्त राज्य अमेरिका चले गये। कुछ समय बाद एलन को कुछ परेशानियों ने घेर लिया और तब उन्होंने अत्याधमिकता का सहारा लिया लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा तब उन्होंने डगलस एडम्स की एक किताब “द हिचहाइकर गाइड टू दी गैलेक्सी” को पढ़ा और तब उन्होंने उससे कुछ नया ज्ञान प्राप्त किया। जो उनके बहुत काम आया इस किताब ने उनका मार्गदर्शन किया।

1995 में ही एलोन मस्क ने अपने भाई के साथ मिलकर एक ऑनलाइन सॉफ्टवेयर कंपनी zip2 बनायीं जो ऑनलाइन newspaper पब्लिशर के लिए सिटी गाइड का काम करती थी। zip2 को उनके भाई और एलोन ने मशहुर पर्सनल कंप्यूटर कंपनी COMPAQ को 307 million डॉलर मै बेच दिया । एलोन को इसके 7 परसेंट यानी 22 million डॉलर मिले । उन्होंने उन पैस्सो से एक नई वेबसाइट x.com बनायीं जो ऑनलाइन पेमेंट वेबसाइट थी । x.com का नाम बदलकर Paypal कर दिया था जिसको जुलाई 2002 मै eBAY.com ने 1.5 बिलियन डॉलर मै ख़रीदा जिसमे एलोन को 165 मिलियन डॉलर मिले। लेकिन इतनेसे भी वो संतुष्ट नहीं हुये, उन्होंने पेमेंट इंडस्ट्री मै revolution ला दिया पर अब उन्हें इंसान को धरती से बाहर बसना चाहते थे और एक नया revolution लाना चाहते थे ।
उनके ऐसे सोच के कारण लोग उनको कहते थे की ये बंदा पागल हो गया है । उन्होंने सारे पैसे सभी कंपनी मै इन्वेस्ट किये और लॉस एंजिलिस जाकर दोस्तों के साथ रेंट पर रहने लगे । जो पैसे बचे उसमे 2002 मै SpaceX एक प्राइवेट कंपनी बनाई जिसका लक्ष्य था मंगल ग्रह पर जाकर इंसानों को बसाना । इसलिए उन्होंने एरोनॉटिक्स किताबे घर पर पढ़कर इतना ज्ञान बनाया की खुद की प्राइवेट एजेंसीज SpaceX बनाई । तो उन्हें बहुत सारे पैसे और टेक्नोलॉजी की जरुरत थी ।
इसीलिए उन्होंने satellite को पृथ्वी के orbit भेजकर पैसे कमाने का प्लान बनाया लेकिन इसके लिये उनके पास रॉकेट बनाने की technique नहीं थी । रॉकेट खरीदने वो russia गये, वहाँ रॉकेट्स के प्राइज ज्यादा है जिसे satellite orbit मै पहुँचाना बहुत costlly था । उन्होंने USA मै खुद का रॉकेट बनाने का स्टेप उठाया जो अभीतक किसी ने नहीं किया । खुद की टेक्नोलॉजी से खुद के रॉकेट बनाये और अपने रॉकेट स्पेस मै भेजने की तयारी की ।लगातार 3 रॉकेट स्पेस तक नहीं पहुचे और क्रेश हो गये । और 4 ही attempt मै लोग उन्हें पागल समजने लगे लेकिन इस जीनियस ने अपनी सारी गलतियों मै सुधार करते हुये अपनी नाकामयाबी को कामयाबी मै बदल लिया । उनकी कामयाबी से स्पेस इंडस्ट्री मै खलबली मच गई की कैसे कोई जिसने रॉकेट साइंस की पढाई नहीं की वह स्पेस मै satellite लॉन्च करने लगा है ।             
               
SpaceX एक स्पेस ट्रांसपोर्ट कंपनी बन चुकी है जो कम खर्चे मै नासा स्पेस एजेंसीज के equipement, कार्गो और satellite orbit तक पहुचाती है । ISRO पर हमें गर्व है की अभी 104 satellite अंतरिक्ष मै भेजकर ISRO ने पुरे देश का नाम पूरी दुनिया मै रोशन कर दिया है । ISRO हमारे भरे टैक्स पर ही काम करता है लेकिन ISRO के रॉकेट reusable टेक्नोलॉजी पर नहीं है । हमारे रॉकेट सिर्फ एकबार use किये जाते है और वो return धरती पे नहीं आते । SpaceX के रॉकेट reusable टेक्नोलॉजी पर बने है जिस से वो दुबारा एक के बाद एक पुरे मिशन कर सकते है जो की इसरो समेत कई बड़ी एजेंसीज के लिए एक चुनोती है ।
एलोन ( Elon Musk ) एक ऐसा satellite स्पेस मै छोड़ना चाहते है की जिससे पुरे धरती पर किसी भी जगह से बिना नेटवर्क के लोग फ़ास्ट इंटरनेट चला पाए । ये कुछ निकोला टेस्ला के वायरलेस इलेक्ट्रिसिटी जैसा है । इसके बाद 2004 मै टेस्ला मोटर्स कंपनी मै इन्वेस्टमेंट लगाया जो टेस्ला coil पर बेस टेस्ला इलेक्ट्रिक कार बना रहे है । अपने हूनर से वो टेस्ला मोटर्स के CEO बन गये । एलोन ने पहले ही बताया था की आने वाला टाइम इलेक्ट्रिक कार का है ।